मंगल मुरति राम दुलारे, आन पड़ा अब तेरे द्वारे |
हे बजरंग बली हनुमान , हे महावीर करो कल्याण ||
तीनों लोक तेरा उजियारा, दुखियों का तूने काज सँवारा |
हे जगवंदन, केसरी नंदन , कष्ट हरो हे कृपा निधन ||
मंगल मुरति राम दुलारे, आन पड़ा अब तेरे द्वारे |
हे बजरंग बली हनुमान , हे महावीर करो कल्याण ||
तेरे द्वारे जो भी आया, खली नहीं कोई लौटाया |
दुर्गम काज बनावन हारे, मंगलमय दीजो वरदान ||
मंगल मुरति राम दुलारे, आन पड़ा अब तेरे द्वारे |
हे बजरंग बली हनुमान , हे महावीर करो कल्याण ||
तेरा सुमिरन हनुमत वीरा, नासे रोग हरे सब पीरा |
राम लखन सीता मन वसिया, शरण पड़े का कीजै ध्यान ||
!! जय श्री राम !!
!! जय हनुमान !!
**धन्यवाद**
*विश्वामित्र द्विवेदी*
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