April 17, 2020

TERI GALIYON KA HU ASHIQ TU EK NAGINA HAI...


तेरी गलियों का हूँ आशिक़ , 
तू एक नगीना है ।
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है , 
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है , 
तेरी गलियों का हूँ आशिक़ , 
तू एक नगीना है । ।

तेरे बिना एक पल मैं , 
जी नही सकता , 
ये जुदाई ये दर्द को मैं , 
पी नहीं सकता , 
तेरी गलियो मे सांवरे , 
मरना जीना है,
तेरी गलियो मे सांवरे , 
मरना जीना है , 
तेरी गलियों का हूँ आशिक ,
तू एक नगीना है । । 
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है ,
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है , 
तेरी गलियों का हूँ आशिक़
तू एक नगीना है ।

मेरे हमदम मेरे साथी , 
मेरे साथी हमदम , 
तेरी ख़ुशी मेरी ख़ुशी , 
तेरा गम मेरा गम , 
तू लहू है तू जान है , 
तू ही पसीना है , 
तू लहू है तू जान है , 
तू ही पसीना है , 
तेरी गलियों का हूँ आशिक , 
तू एक नगीना है । । 
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है , 
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है ,
तेरी गलियों का हूँ आशिक़
तू एक नगीना है । 

तेरे सिवा कोई दूसरा नही मेरा , 
छोडू नही कसके पकड़ा ये दामन तेरा ,
तूही मक्का तूही काबा तूही मदीना है , 
तेरी गलियों का हूँ आशिक , 
तू एक नगीना है । ।
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है ,
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है , 
तेरी गलियों का हूँ आशिक़
तू एक नगीना है ।

चाहे दोजखम चाहे जन्नत , 
मे पहुँचा दे मुझको , या डूबा दे , 
चाहे पार लगा दे मुझको , 
तूही दरिया तूही शाहिल , 
तूही शफ़ीना है , 
तेरी गलियों का हूँ आशिक़ , 
तू एक नगीना है । । 
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है , 
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है , 
तेरी गलियों का हूँ आशिक , तू एक नगीना है । । 

दिया है दर्द जो तुमने , 
तुम्ही दवा देना , 
कहीं ना कहीं कभी ना कभी , 
तेरा दर्शन होगा , 
तेरी गलियों में सांवरे , 
मरना जीना है , 
तेरी गलियों का हूँ आशिक , 
तू एक नगीना है । ।

तेरी गलियों में घूमना , 
चाहता हूँ मैं , 
तेरी बाहों में झूमना ,
चाहता हूँ मै , 
तेरे चौखट को चूमना ,
चाहता हूँ मै , 
तेरी गलियों का हूँ आशिक , 
तू एक नगीना है । । 


 **धन्यवाद**
*विश्वामित्र द्विवेदी*





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