तू एक नगीना है ।
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है ,
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है ,
तेरी गलियों का हूँ आशिक़ ,
तू एक नगीना है । ।
तेरे बिना एक पल मैं ,
जी नही सकता ,
ये जुदाई ये दर्द को मैं ,
पी नहीं सकता ,
तेरी गलियो मे सांवरे ,
मरना जीना है,
तेरी गलियो मे सांवरे ,
मरना जीना है ,
तेरी गलियों का हूँ आशिक ,
तू एक नगीना है । ।
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है ,
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है ,
तेरी गलियों का हूँ आशिक़
तू एक नगीना है ।
मेरे हमदम मेरे साथी ,
मेरे साथी हमदम ,
तेरी ख़ुशी मेरी ख़ुशी ,
तेरा गम मेरा गम ,
तू लहू है तू जान है ,
तू ही पसीना है ,
तू लहू है तू जान है ,
तू ही पसीना है ,
तेरी गलियों का हूँ आशिक ,
तू एक नगीना है । ।
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है ,
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है ,
तेरी गलियों का हूँ आशिक़
तू एक नगीना है ।
तेरे सिवा कोई दूसरा नही मेरा ,
छोडू नही कसके पकड़ा ये दामन तेरा ,
तूही मक्का तूही काबा तूही मदीना है ,
तेरी गलियों का हूँ आशिक ,
तू एक नगीना है । ।
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है ,
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है ,
तेरी गलियों का हूँ आशिक़
तू एक नगीना है ।
चाहे दोजखम चाहे जन्नत ,
मे पहुँचा दे मुझको , या डूबा दे ,
चाहे पार लगा दे मुझको ,
तूही दरिया तूही शाहिल ,
तूही शफ़ीना है ,
तेरी गलियों का हूँ आशिक़ ,
तू एक नगीना है । ।
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है ,
तेरी नज़रो से ये मुझे जाम पीना है ,
तेरी गलियों का हूँ आशिक , तू एक नगीना है । ।
दिया है दर्द जो तुमने ,
तुम्ही दवा देना ,
कहीं ना कहीं कभी ना कभी ,
तेरा दर्शन होगा ,
तेरी गलियों में सांवरे ,
मरना जीना है ,
तेरी गलियों का हूँ आशिक ,
तू एक नगीना है । ।
तेरी गलियों में घूमना ,
चाहता हूँ मैं ,
तेरी बाहों में झूमना ,
चाहता हूँ मै ,
तेरे चौखट को चूमना ,
चाहता हूँ मै ,
तेरी गलियों का हूँ आशिक ,
तू एक नगीना है । ।
**धन्यवाद**
*विश्वामित्र द्विवेदी*
*विश्वामित्र द्विवेदी*
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